मार्केट इंडेक्स क्या होता है ? (Market Index in Hindi - विस्तृत विवरण

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मार्केट इंडेक्स (Market Index) किसी देश के स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनियों के एक समूह का सांख्यिकीय माप होता है, जो पूरे शेयर बाजार के प्रदर्शन का प्रतिनिधित्व करता है। यह निवेशकों को बाजार के समग्र ट्रेंड को समझने और निवेश के लिए सही निर्णय लेने में मदद करता है।

मार्केट इंडेक्स कैसे काम करता है?

मार्केट इंडेक्स को आमतौर पर विभिन्न कंपनियों के शेयरों के मूल्य (Prices), बाज़ार पूंजीकरण (Market Capitalization), या अन्य वित्तीय कारकों के आधार पर तैयार किया जाता है। यह निवेशकों को यह समझने में मदद करता है कि शेयर बाजार ऊपर जा रहा है या नीचे।

मार्केट इंडेक्स के प्रकार

मार्केट इंडेक्स को कई प्रकारों में बांटा जाता है:

1. बेंचमार्क इंडेक्स (Benchmark Index) – यह पूरे शेयर बाजार के प्रदर्शन को दर्शाता है, जैसे कि NIFTY 50 और SENSEX।

2. सेक्टरल इंडेक्स (Sectoral Index) – यह किसी विशेष सेक्टर जैसे बैंकिंग, आईटी, या फार्मा के प्रदर्शन को मापता है। उदाहरण: NIFTY Bank, NIFTY IT।

3. ब्रॉड मार्केट इंडेक्स (Broad Market Index) – यह पूरे बाजार के बड़े हिस्से को कवर करता है, जैसे कि BSE 500, NIFTY 500।

4. मार्केट कैप-बेस्ड इंडेक्स (Market Cap-Based Index) – यह कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन पर आधारित होता है, जैसे NIFTY Midcap 100, NIFTY Smallcap 100।

भारत में प्रमुख मार्केट इंडेक्स

भारत में दो प्रमुख शेयर बाजार हैं – BSE (Bombay Stock Exchange) और NSE (National Stock Exchange)। इनके कुछ प्रमुख इंडेक्स हैं:

SENSEX (BSE का इंडेक्स) – टॉप 30 कंपनियों का सूचकांक

NIFTY 50 (NSE का इंडेक्स) – टॉप 50 कंपनियों का सूचकांक

NIFTY Next 50 – यह उन कंपनियों का समूह है जो NIFTY 50 के बाद सबसे बड़े होते हैं

BSE Midcap & Smallcap Index – मिड और स्मॉल कैप कंपनियों के प्रदर्शन को दर्शाता है

मार्केट इंडेक्स क्यों जरूरी है?

1. बाजार का प्रदर्शन समझने के लिए – निवेशक यह देख सकते हैं कि बाजार में तेजी है या गिरावट।

2. निवेश निर्णय लेने में मदद – सही इंडेक्स को देखकर निवेशक यह तय कर सकते हैं कि कहां निवेश करना सही रहेगा।

3. म्यूचुअल फंड और ईटीएफ (ETF) के लिए – कई निवेश फंड इंडेक्स को फॉलो करते हैं, जिससे इंडेक्स का महत्व बढ़ जाता है।

4. जोखिम का आकलन – मार्केट ट्रेंड को समझकर निवेशक अपने जोखिम को कम कर सकते हैं।    जब किसी मार्केट इंडेक्स जैसे ( SENSEX -companies listed 30) या  NIFTY 50  में 50 टॉप कंपनियों का प्रदर्शन शामिल होता है, तो इसका मूल्य उन सभी कंपनियों के सामूहिक प्रदर्शन पर निर्भर करता है। अगर कुछ कंपनियां अच्छा कर रही हैं और कुछ खराब, तो इंडेक्स का कुल प्रभाव उन कंपनियों के बाज़ार पूंजीकरण (Market Capitalization) और उनके वेटेज (Weightage) पर निर्भर करेगा।

कैसे प्रभावित होता है मार्केट इंडेक्स?

1. वेटेज (Weightage) का प्रभाव

सभी कंपनियों का इंडेक्स पर समान प्रभाव नहीं होता।

बड़ी कंपनियों (जैसे रिलायंस, TCS, HDFC Bank) का वेटेज अधिक होता है, इसलिए उनके स्टॉक की हलचल से इंडेक्स में ज्यादा उतार-चढ़ाव आता है।

छोटी कंपनियों का प्रदर्शन इंडेक्स पर कम असर डालता है।

2. अगर कुछ कंपनियां ऊपर जाएं और कुछ नीचे गिरें तो क्या होगा?

स्थिति 1: अगर बड़ी कंपनियां (जिनका वेटेज ज्यादा है) अच्छा कर रही हैं और छोटी कंपनियां खराब, तो इंडेक्स ऊपर जाएगा।

स्थिति 2: अगर बड़ी कंपनियां गिर रही हैं और छोटी कंपनियां अच्छा कर रही हैं, तो इंडेक्स गिर सकता है।

स्थिति 3: अगर कुछ कंपनियां बढ़ रही हैं और कुछ गिर रही हैं, लेकिन संतुलन बना रहता है, तो इंडेक्स साइडवेज (Sideways) या स्थिर रहेगा।

3. मार्केट कैप का रोल

मार्केट इंडेक्स में कंपनियों को उनके मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर वेटेज दिया जाता है। उदाहरण के लिए:

Reliance, HDFC Bank, Infosys जैसी बड़ी कंपनियां अधिक प्रभाव डालती हैं।

छोटी कंपनियां उतना प्रभाव नहीं डालतीं।

अगर 50 में से 10-15 बड़ी कंपनियां अच्छा कर रही हैं, तो इंडेक्स ऊपर जाएगा, भले ही बाकी 35 कंपनियां हल्की गिरावट में हों।

निष्कर्ष

मार्केट इंडेक्स का मूवमेंट उसके अंदर की कंपनियों के प्रदर्शन पर निर्भर करता है, लेकिन खासतौर पर बड़ी कंपनियों के स्टॉक का सबसे ज्यादा असर पड़ता है। अगर बड़ी कंपनियां अच्छा कर रही हैं, तो इंडेक्स ऊपर जाएगा, और अगर वे खराब प्रदर्शन कर रही हैं, तो इंडेक्स गिरेगा, भले ही छोटी कंपनियां अच्छा कर रही हों।

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