शेयर बाजार (Stock Market) का इतिहास
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शेयर बाजार (Stock Market) का इतिहास काफी रोचक और लंबा है। यह कई शताब्दियों पुराना है और इसका विकास धीरे-धीरे हुआ है। यहां शेयर बाजार के इतिहास की मुख्य घटनाओं और विकास के बारे में जानकारी दी गई है:
शेयर बाजार की शुरुआत
- 16वीं शताब्दी: यूरोप में शुरुआत
- शेयर बाजार की अवधारणा की शुरुआत 16वीं शताब्दी में यूरोप में हुई।
- 1602 में डच ईस्ट इंडिया कंपनी (Dutch East India Company) ने पहली बार शेयर जारी किए। यह दुनिया की पहली सार्वजनिक कंपनी थी जिसने निवेशकों को शेयर खरीदने का अवसर दिया।
- डच ईस्ट इंडिया कंपनी (Dutch East India Company), जिसे “Vereenigde Oostindische Compagnie” (VOC) के नाम से भी जाना जाता है, ने 1602 में पहली बार सार्वजनिक रूप से शेयर जारी किए थे। यह दुनिया की पहली कंपनियों में से एक थी जिसने सार्वजनिक रूप से अपने शेयरों का ट्रेडिंग शुरू किया, और इसे प्रायोगिक रूप से पहला “सार्वजनिक कंपनी” माना जा सकता है।
डच ईस्ट इंडिया कंपनी का इतिहास और शेयरों का महत्व:
- स्थापना (1602): डच ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना नीदरलैंड्स द्वारा की गई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य एशिया के व्यापार मार्गों पर नियंत्रण स्थापित करना और विशेष रूप से मसालों का व्यापार करना था। यह कंपनी व्यापार, कॉलोनियल विस्तार, और मुनाफा कमाने के उद्देश्य से बनाई गई थी।
- शेयर जारी करना: कंपनी ने अपने पहले सार्वजनिक शेयरों को 1602 में जारी किया। इसके माध्यम से, कंपनी ने निवेशकों से पूंजी जुटाई ताकि वे एशियाई व्यापार के लिए जहाजों का निर्माण और संचालन कर सकें। शेयरों के माध्यम से निवेशक कंपनी के मुनाफे का एक हिस्सा प्राप्त करने के हकदार थे, लेकिन इसका मतलब यह भी था कि निवेशकों को जोखिम भी उठाना पड़ता था, क्योंकि व्यापार में उतार-चढ़ाव था।
- पहली स्टॉक एक्सचेंज: डच ईस्ट इंडिया कंपनी के शेयरों का कारोबार आमतौर पर एम्स्टर्डम स्टॉक एक्सचेंज में होता था, जो विश्व का पहला और सबसे पहला स्टॉक एक्सचेंज माना जाता है। यहां निवेशक अपनी हिस्सेदारी खरीद और बेच सकते थे। यह ऐतिहासिक रूप से वित्तीय बाजारों के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
- 17वीं और 18वीं शताब्दी: यूरोप में विस्तार
- यूरोप में व्यापार और वाणिज्य के विकास के साथ शेयर बाजार का विस्तार हुआ।
- लंदन स्टॉक एक्सचेंज (London Stock Exchange) की स्थापना 1801 में हुई, जो दुनिया के सबसे पुराने स्टॉक एक्सचेंजों में से एक है।
अमेरिका में शेयर बाजार का विकास
- 18वीं शताब्दी: अमेरिका की शुरुआत
- अमेरिका में शेयर बाजार की शुरुआत 18वीं शताब्दी में हुई।
- 1792 में बटनवुड एग्रीमेंट (Buttonwood Agreement) के तहत 24 व्यापारियों ने न्यूयॉर्क में एक संगठित बाजार बनाने का फैसला किया। यही आगे चलकर न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) बना।
- 19वीं शताब्दी: औद्योगिक क्रांति और विकास
- 19वीं शताब्दी में औद्योगिक क्रांति के साथ शेयर बाजार का तेजी से विकास हुआ।
- कंपनियों को पूंजी जुटाने के लिए शेयर बाजार एक महत्वपूर्ण माध्यम बन गया।
- 20वीं शताब्दी: ग्लोबलाइजेशन और तकनीकी विकास
- 20वीं शताब्दी में शेयर बाजार ने वैश्विक स्तर पर विस्तार किया।
- 1929 की महामंदी (Great Depression) शेयर बाजार के इतिहास की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक थी, जिसने दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं को प्रभावित किया।
- 1971 में NASDAQ की स्थापना हुई, जो दुनिया का पहला इलेक्ट्रॉनिक स्टॉक एक्सचेंज था।
भारत में शेयर बाजार का इतिहास
- 19वीं शताब्दी: भारत में शुरुआत
- भारत में शेयर बाजार की शुरुआत 19वीं शताब्दी में हुई।
- 1875 में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) की स्थापना हुई, जो एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है।
- BSE ने भारत में शेयर बाजार को संगठित रूप दिया।
- 20वीं शताब्दी: भारतीय शेयर बाजार का विकास
- 1992 में हर्षद मेहता स्कैम (Harshad Mehta Scam) भारतीय शेयर बाजार के इतिहास की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक थी।
- 1994 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की स्थापना हुई, जिसने भारत में आधुनिक और पारदर्शी शेयर बाजार की नींव रखी।
- 21वीं शताब्दी: डिजिटल युग और वैश्विक पहुंच
- 21वीं शताब्दी में भारतीय शेयर बाजार ने तेजी से विकास किया।
- ऑनलाइन ट्रेडिंग और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने निवेशकों के लिए शेयर बाजार को सुलभ बना दिया।
- भारतीय शेयर बाजार अब दुनिया के सबसे बड़े शेयर बाजारों में से एक है।
शेयर बाजार के इतिहास की प्रमुख घटनाएं
- 1929 की महामंदी (Great Depression):
- यह शेयर बाजार के इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट थी, जिसने दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं को प्रभावित किया।
- 1987 का ब्लैक मंडे (Black Monday):
- 19 अक्टूबर 1987 को शेयर बाजार में भारी गिरावट आई, जो इतिहास की सबसे बड़ी एक दिवसीय गिरावट थी।
- 2008 का वित्तीय संकट (Financial Crisis):
- यह संकट अमेरिका में सबप्राइम मॉर्गेज संकट के कारण शुरू हुआ और पूरी दुनिया के शेयर बाजारों को प्रभावित किया।
- 2020 का कोविड-19 संकट:
- कोरोनावायरस महामारी के कारण शेयर बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया, लेकिन बाद में बाजारों ने तेजी से रिकवरी की।